★ ना भूतकाल के बारे में सोचकर दुःखी हो और ना ही भविष्य की चिंता करें बल्कि अपना पूरा ध्यान
वर्तमान समय के कार्य या समस्या को सुलझाने में लगाएं ।★ हमेशा खुश रहने की कोशिश करें क्योंकि खुशी एक ऐसा इमोशन है जो शरीर को तरोताजा कर देता है और पूरी ऊर्जा से भर देता है ।
★दर्द को हँसते हुए सहें ।
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