आज मैं आप लोगों को कार्य करने का एक ऐसा बेहतरीन उपाय बताऊंगा जिसे अगर आप ने अपने जीवन मे प्रयोग किया तो आप भी अपने कार्य को बहुत ही तेजी से और फिनिशिंग के साथ करने लगोगे ।
हिम्मत करने के बाद भी अगर आपका हाथ, पैर और दिमाग काम न करे तो कोई बात नहीं आप भगवान को दोष दीजिये , किसी और को दोष दीजिए इसमें आपका कोई दोष नहीं इसे तो सभी लोग स्वीकार कर लेंगे और आप पर तरस खाकर आपका सहायता भी कर देंगे लेकिन अगर हिम्मत करने के बाद अगर आपका हाथ, पैर और दिमाग काम कर रहा है रहा है और आप फिर भी यह बोल रहे हैं कि मन नहीं कर रहा है, थोड़ा आराम कर लेते हैं फिर करेंगे तो आप अपने कार्य को कभी भी तेजी से और फिनिशिंग नहीं कर पाएंगे ।
चलिए मैं आपको एक उदाहरण देकर समझाता हूँ । अगर आपके दो रिश्तेदार हैं और दोनों आपके लिए बहुत ही खास हैं लेकिन दोनों रिश्तेदारों का आपस में बहुत ही गहरी दुश्मनी है तो आप ही बताएं कि अगर आप दोनों को साथ में अपने घर बुलाएंगे तो क्या होगा । जाहिर सी बात है कि न तो आप ही खुश होंगे और न ही आपके खास दोनों रिश्तेदार इसलिए आप जब भी बुलाएंगे तो दोनों में से किसी एक को और उनका खूब आदर सत्कार करेंगे जिससे आप भी खुश रहेंगे और आपके दोनों रिश्तेदार भी ।
इसमें आप आराम और मेहनत को अपना खास रिश्तेदार मान लो और जो आप उनको आदर और सत्कार दे रहे हो उसको जबरदस्ती मान लो ।
अब आपको यह तय कर लेना है कि कब आपको आराम करना है और कब आपको मेहनत । आप मेहनत भी करें तो जबरदस्ती से और आराम भी करें तो जबरदस्ती से तभी आप अपने कार्य को रफ्तार से और फिनिशिंग के साथ कर पाएंगे । धन्यवाद.......
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