शनिवार, 29 जून 2024

कभी - कभी मन मेरा करता नहीं

 मैं अपने काम को रफ्तार करता हूँ,

हद से भी ज्यादा इसे प्यार करता हूँ ,

कभी - कभी मन मेरा करता नहीं,

फिर भी इसे बार - बार करता हूँ ।

जो भी मन का दास होता है,

वो ही हमेशा उदास होता है,

मन का कभी भी सुनना नहीं,

जो सुनता हमेशा निराश होता है ।

जो अपने लक्ष्य को बदलता है,

कभी जीवन में सफल नहीं बनता है,

जो अपने लक्ष्य को बदलता नहीं,

उसे झुकाने वाला कोई मिलता नहीं ।

मैं अपने काम का विचार करता हूँ,

हद से भी ज्यादा लगाव रखता हूँ,

कभी - कभी मन मेरा करता नहीं,

फिर भी इसे लगातार करता हूँ ।




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