रविवार, 30 जून 2024

हम भगवान के सहारे हो गए

अपने सारे बेगाने हो गए,

छोड़ मजेधार में किनारे हो गए,

हमको तैरना आता नहीं ,

हम भगवान के सहारे हो गए।

जोर से लहर आ जाएगी,

कश्ती मेरी डूब जाएगी,

कोई उपाय मुझे सूझता नहीं,

तिनका क्या मुझको बचाएगी ।

दिल में दर्द हजारों हो गए,

सबके लिए हम बेचारे हो गए,

दर्द को सहना आता नहीं,

हम भगवान के सहारे हो गए ।







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