रविवार, 20 अगस्त 2017

भावना की परिभाषा

भावना की  परिभाषा जब मनुष्य को देखकर , सुनकर , चखकर , सूंघकर तथा त्वचा के माध्यम से जो अहसास होता है उसे ही भावना कहते हैं।

उदाहरण - 
देखने की माध्यम से - यदि मनुष्य ताजमहल देखकर आश्चर्यचकित होता है
तो उसके अंदर आश्चर्य की भावना होगी। 
सुनने की माध्यम से - जब व्यक्ति यह सुनकर खुश होता है कि उसको नौकरी मिल गई तो उसके अंदर  खुशी की भावना होगी। 
चखने  की माध्यम से - यदि व्यक्ति आम चखकर आनंदित हो जाता है तो उसके अंदर आनंद  की भावना होगी।
सूंघने की माध्यम से - यदि कोई व्यक्ति सड़क पर टहल रहा है और उसे गन्दगी की दुर्गन्ध आ गई और उसका मूड खराब हो गया तो उसके अंदर निराशा की भावना होगी। 
त्वचा की माध्यम से - यदि धीरे - धीरे ठंडी हवा चल रही है और व्यक्ति को मजा आ रही है तो उसके अंदर खुशी की   भावना होगी।  

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