सुकरात युनान के महान दार्शनिक थे। वह हमेशा साधारण शिक्षा और मानव सदाचार पर जोर देते थे। इस लेख मेंं महान दर्शनिक सुकरात के 11 विचार बताया गया है।
1. हमेंं जीने के लिए खाना चहिए न की खाने के लिए जीना चाहिए।
2. जीवन को आलस्य में बिताना आत्महत्या के समान है।
3. मैंं सभी लोगोंं से बुद्धिमान हूंं क्योंकि मुझे पता है की मुझे कुछ नहीं आता।
4. दुनिया में केवल एक ही चीज अच्छी है वह है ज्ञान और दुनिया मेंं केवल एक ही चीज बुरी है वह है अज्ञान।
5. जितना चीज व्यक्ति के पास है अगर वह इतने से खुश नहीं है तो वह भविष्य मेंं मिलने वाले चीजोंं से भी संतुष्ट नहीं रहेगा।
6. दोस्ती करने मेंं धीरे रहिए लेकिन जब कर लिजिए तो उसे मजबुती के साथ निभाइए और उस पर स्थिर रहिए।
7. खुशी का रहस्य ज्यादा पाने में नहीं बल्कि थोड़े का आनंद लेने की क्षमता विकसित करने में है।
8. परिवर्तन का रहस्य ये है की आप पुरानी चीजोंं से लड़ना छोड़कर नयी चीजोंं के निर्माण में पुरी तरह अपनी ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करेंं।
9. प्रश्न को अच्छे से समझ लेना ही आधा उत्तर है।
10. अपना समय औरोंं के लेखोंं से स्वयं को सुधारने मेंं लगाइए क्योंकि आप उन चीजोंं को आसानी से जान पाएंगे जिसके लिए औरोंं ने कठिन मेहनत की है।
11. सोचने का मतलब है की आपकी आत्मा स्वयंं से बातचीत कर रही है।
आप लोगोंं को सुकरात के 11 विचार कैसा लगा अपने कमेंट के माध्यम से जरुर बताएं।
धन्यवाद.......
1. हमेंं जीने के लिए खाना चहिए न की खाने के लिए जीना चाहिए।
2. जीवन को आलस्य में बिताना आत्महत्या के समान है।
3. मैंं सभी लोगोंं से बुद्धिमान हूंं क्योंकि मुझे पता है की मुझे कुछ नहीं आता।
4. दुनिया में केवल एक ही चीज अच्छी है वह है ज्ञान और दुनिया मेंं केवल एक ही चीज बुरी है वह है अज्ञान।
5. जितना चीज व्यक्ति के पास है अगर वह इतने से खुश नहीं है तो वह भविष्य मेंं मिलने वाले चीजोंं से भी संतुष्ट नहीं रहेगा।
6. दोस्ती करने मेंं धीरे रहिए लेकिन जब कर लिजिए तो उसे मजबुती के साथ निभाइए और उस पर स्थिर रहिए।
7. खुशी का रहस्य ज्यादा पाने में नहीं बल्कि थोड़े का आनंद लेने की क्षमता विकसित करने में है।
8. परिवर्तन का रहस्य ये है की आप पुरानी चीजोंं से लड़ना छोड़कर नयी चीजोंं के निर्माण में पुरी तरह अपनी ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करेंं।
9. प्रश्न को अच्छे से समझ लेना ही आधा उत्तर है।
10. अपना समय औरोंं के लेखोंं से स्वयं को सुधारने मेंं लगाइए क्योंकि आप उन चीजोंं को आसानी से जान पाएंगे जिसके लिए औरोंं ने कठिन मेहनत की है।
11. सोचने का मतलब है की आपकी आत्मा स्वयंं से बातचीत कर रही है।
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